तू खाटू बुलाता रहे और मैं आता रहूं ||
ख्याल जब भी तुम्हारा मेरे श्याम आए,
कप-कपाते लब पर तुम्हारा नाम आए,
जब कभी ज़िक्र तेरा सुनकर आँख भर आए,
तेरी तस्वीर से लिपट कर मुझे आराम आए
ओ बाबा…
इतनी कृपा मैं तेरी पाता रहु,
तू खाटू बुलाता रहे, ओ…
तू खाटू बुलाता रहे और मैं आता रहूं…….
भाने लगी हैं तेरे दर की गलियां,
तुम्हार्रे दरश से खिले मन की कलियाँ,
ओ बाबा… दीदार तेरा यूँ ही पाता रहूं,
तू खाटू बुलाता रहे, ओ…
तू खाटू बुलाता रहे और मैं आता रहूं…
जबसे तेरी चौखट पे सर ये झुका है,
तबसे मेरा कोई काम ना रुका है,
ओ बाबा… सर यूँ ही दर पे मैं झुकाता रहूं,
तू खाटू बुलाता रहे, ओ…
तू खाटू बुलाता रहे और मैं आता रहूं….
तू दे रहा है मुझे दाना पानी,
तेरा शुक्रिया माधव तेरी मेहरबानी,
ओ बाबा… तेरा दिया ही बस मैं खाता रहूं,
तू खाटू बुलाता रहे, ओ…
तू खाटू बुलाता रहे और मैं आता रहूं…..