बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे भजन (Bans ki Basuriya Pe Ghano Itrave Bhajan)

बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो होती,जाणे कांई करतो, कांई करतो,बाँस की बाँसुरिया पे….. जेल में जनम लेके घणो इतरावे,कोई महलां में जो होतो, कोई अंगना में जो होतो,जाणे कांई करतो कांई करतो,बाँस की बाँसुरिया पे….. देवकी रे जन्म लेके घणो इतरावे,कोई यशोदा के जो होतो, मां … Read more

श्री कृष्ण भगवान का प्रसिद्ध भजन: राधिका गोरी से बिरज की छोरी से मैया करा दे मेरो ब्याह (Shri Krishna Bhagwan ka Famous Bhajan: Radhika Gori Se Brij Ki Chori Se Maiyan Kra Do Mera Byah)

राधिका गोरी से, बिरज की छोरी से, मैया करा दे मेरो ब्याह. उमर तेरी छोटी है, नजर तेरी खोटी है, कैसे कारादू तेरो ब्याह. जो नही ब्याहै कराये , तेरी गैया नही चराउ, आज के बाद मोरी मैया, तेरी देहैली पर ना आऊ. आएगा रे मज़ारे मज़ा , रे मज़ारे मज़ा, अब जीत हार का. … Read more

जो राम को लाए है,हम उनको लाएंगे भजन लिरिक्स (Jo Ram Ko Laye Hai Hum Unko Layenge Bhajan Lyrics )-

जो राम को लाए है,हम उनको लाएंगे,दुनिया में फिर से हम,भगवा लहराएंगे,दुनिया में फिर से हम,भगवा लहराएंगे…… अयोध्या सजा दी है,काशी भी सजा दी है,मेरे श्याम कृपा कर दो,घनश्याम कृपा कर दो,मथुरा भी सजाएंगे|यूपी में फिर से हम,भगवा लहराएंगे…… भगवा है चोला जिनका,बस राम की बात करे,हिन्दू है हिन्दू हम,बस राम की बात करे,यूपी में … Read more

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी लिरिक्स(Shri Krishna Govind Hare Murari Lyrics)-

सच्चिदानंद रूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे,तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नम: ॥ श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥हे नाथ नारायण…॥पितु मात स्वामी, सखा हमारे,हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥हे नाथ नारायण…॥॥ श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी…॥ बंदी गृह के, तुम अवतारीकही जन्मे, कही पले मुरारीकिसी के जाये, किसी के कहायेहै अद्भुद, हर बात तिहारी ॥है अद्भुद, … Read more

आरती श्री रामायण जी की लिरिक्स : रामायण और रामचरितमानस के पाठ के बाद गायी जाने वाली आरती (Aarti Shri Ramayan Ji Ki Lyrics : Ramayan aur Ramcharimanas Ke Path Ke Bad Gayi Jane Wali Aarti)-

आरती श्री रामायण जी की ।कीरति कलित ललित सिय पी की ॥ गावत ब्रहमादिक मुनि नारद ।बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ॥शुक सनकादिक शेष अरु शारद ।बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥ आरती श्री रामायण जी की….. गावत बेद पुरान अष्टदस ।छओं शास्त्र सब ग्रंथन को रस ॥मुनि जन धन संतान को सरबस ।सार अंश सम्मत सब ही की … Read more

श्री खाटू श्याम का प्रसिद्ध भजन: हारा हु बाबा पर तुझ पे भरोसा है लिरिक्स- (Shri Khatu Shyam Ka famous Bhajan: Hara Hu Babab Par Tujh Pe Bharosa Hai Lyrics)

हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है,जीतूगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है| मेरे माजी बन जाओ मेरी नाव चला जाओ,बेटे को बाबा श्याम गले लगा जाओं|हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है,जीतूगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है| मैंने सुना है तू दुखड़े मिटाता, बिन बोले भक्तो की बिगड़ी बनता,मिलता न किनारा … Read more

हनुमानजी का प्रसिद्ध भजन: कीजो केसरी के लाल मेरा छोटा सा यह काम (Hanumanji Ka Famous Bhajan : Kijo Kesari Ke Lal Mera Chota Sa Yah Kam)-

कीजो केसरी के लाल मेरा छोटा सा यह  काममेरी राम जी कह देना जय सियाराममैं राम संग जपता तुम्हारा सदा नामअपने राम जी से कह देना जय सिया राम दीन हीन के सहारे महावीर तुम होअपने भक्तो की जगाते तकदीर तुम होहर दुखिया का हाथ तुम लेते हो थाममेरे राम जी से कह देना जय … Read more

प्रभु श्री राम के भजन: मेरे घर राम आये हैंलिरिक्स (Prabhu Shri Ram Ke Bhajan: Mere Ghar Ram Aaye Hai Lyrics)-

मेरी चौखट पे चल के आजचारो धाम आये हैंबजाओ ढोल स्वागत मेंमेरे घर राम आये हैं कथा शबरी की जैसेजुड़ गयी मेरी कहानी सेना रोको आज धोने दो चरणआँखों के पानी सेबहोत खुश हैं मेरे आंसूके प्रभु के काम आये हैंबजाओ ढोल स्वागत मेंमेरे घर राम आये है तुमको पा के क्या पाया हैसृष्टि के … Read more

श्री खाटू श्याम का फेमस भजन: काली कमली वाला मेरा भजन लिरिक्स (Shri Khatu Shyam Ka Famous Bhajan :Kali Kamli Wala Mera Yar Hai Lyrics)

काली कमली वाला मेरा यार है,मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है ॥ मन मोहन मैं तेरा दीवाना,गाउँ बस अब यही तराना,श्याम सलोने तू मेरा रिजवार है,मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥ तु मेरा मैं तेरा प्यारे,यह जीवन अब तेरे सहारे,हाथ तेरे इस जीवन की पतवार है,मेरे … Read more

श्री राम स्तुति (Shri Ram Stuti)

अखंड रामायण, सुंदरकांड, रामचरितमानस के पाठ में वाचन किया जाने वाली स्तुति । रचयिता: गोस्वामी तुलसीदास ॥दोहा॥श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमनहरण भवभय दारुणं ।नव कंज लोचन कंज मुखकर कंज पद कंजारुणं ॥ कन्दर्प अगणित अमित छविनव नील नीरद सुन्दरं ।पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचिनोमि जनक सुतावरं ॥ भजु दीनबन्धु दिनेश दानवदैत्य वंश निकन्दनं ।रघुनन्द आनन्द कन्द कोशलचन्द … Read more